Thursday, February 23, 2017

"RRB की चयन प्रक्रिया: मेघा सूची और प्रीफ़रेन्स का महत्व"
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भारतीय रेलवे की सबसे केंद्रीयकृत व्यवस्था में सबसे उंचे पायदान पर एक रेलवे बोर्ड होता हैं.

> जिसमे एक रेलमंत्री, 2 रेलराज्य मंत्री, और 6 मेम्बर होते हैं -जो रेलवे के 6 विभिन्न विभागों के प्रमुख होते हैं.

> इनके नीचे भारतीय रेलवे को प्रसाशनिक प्रबंध की दृष्टि से 17 भागों में बाँटा गया हैं जिसे "रेलवे जोन" कहते हैं जिनका प्रमुख GM (जनरल मैनेजर) कहा जाता हैं.

> हर जोन में कम से कम 3 और अधिक से अधिक 8 डिविजन होते हैं. हर डिविजन का प्रमुख DRM कहलाता हैं.

> हर जोन के विभिन्न डिविजन को ग्रूप -सी स्टाफ की आवश्यकता होती हैं.

> जिसकी आपूर्ति के लिये RRB की स्थापना की गयी हैं.भारत में इस समय 21 RRB कार्यरत हैं. इसके अलावा SSC के माध्यम से भी स्टाफ आते हैं
(नोट:- ग्रूप -D स्टाफ की अपूर्ति RRC के माध्यम से होती हैं)

> हर RRB का क्षेत्रअधिकार में कुछेक Rly.Divisions आते हैं. किसी भी RRB के साईट पर आप देख सकते हैं की वो किन किन रेलवे डिविजन के लिये योग्य अभ्यार्थीयों को चुन कर भेजेगा.

#चयन की प्रक्रिया :-
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सबसे पहले रेलवे का हर डिविजन स्टाफ की सूची बनाता हैं, की उनको किन किन प्रकार के पदों के लिये कितने स्टाफ की आवश्यकता हैं . और उसे रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के लिये दिल्ली भेज दिया जाता हैं .

> स्वीकृति मिलने के बाद RRB को चयन प्रक्रिया आरंभ करने के लिये अनुदेश दे दीये जाते हैं. साथ ही हर प्रकार के पद के सन्दर्भ में गाइडलाईन भी बता दी जाती हैं .
शैक्षनिक योग्यता, ग्रेड पे, सलेबस, सायको आदि क्या और किस स्तर का होना चाहिये.
(जैसे दिसम्बर 2015 में आयी वेकेन्सी में रेलवे के द्वारा RRBs को ASM के बारे में 2800 GP बताया गया होगा क्योंकि तभी ASM 2800 GP का ही होता था)

>अब RRB विग्यापन जारी कर योग्य अभ्यार्थीयों से आवेदन माँगता हैं .

> आवेदन मिलने के बाद स्क्रूटनी की जाती हैं और और  योग्य छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के लिये बुलावा पत्र जारी किये जाते हैं.
(इस बीच RRB परीक्षा आयोजित करने की सारी व्यवस्था कर लेता हैं)

> एक अथवा दो चरण की लिखित परीक्षा (आफ लाईन /आन लाईन) आयोजित की जाती हैं .

> परीक्षा में 4 वैकल्पिक उत्तर वाले प्रश्न पूछे जाते हैं. समय सीमा, निगेटीव मार्किंग इत्यादि के लिये स्पस्ट नियम निर्धारित किये जाते हैं .

> परीक्षा में प्राप्त अंको के नार्मलाईजेशन के बाद 8 गुने लोगों को टायपिंग और सायको टेस्ट के लिये बुलाया जाता हैं.

> जबकि इस समय तक नानटायपिंग और नानसायको वाले पदों के रिजल्ट जारी नही किये जाते हैं.

> सारी परीक्षा और टेस्ट हो जाने के बाद हर पदों के विरूद्ध  एक गुना रिजल्ट प्रत्येक कटेगरी में जारी किया जाता हैं .
    साथ ही 30% अतिरिक्त वेटिंग लिस्ट वाली रिजल्ट भी जारी किया जाता हैं .

> एक गुना रिजल्ट और 30% एक्स्ट्रा रिजल्ट में जितने भी अभ्यार्थी  आते हैं. सभी को सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिये के बुलाया जाता हैं.

> सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के दौरान ही
- हस्ताक्षर/सिग्नेचर का मिलान
- अँगूठे की छाप का निशान का मिलान
- शरीर के 2 पहचान चिन्ह का मिलान
- फोटो का मिलान
- स्क्रीप्ट राईटिन्ग(ये शायद  इस बार ना हो) का मिलान -
             भी किया जाता हैं.

> दोषी/जालसाजी करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्यवाही भी की जाती हैं.

> अब आपको वापस भेज दिया जाता हैं .

> पुरी तरह आश्वस्त होने के बाद चयनित अभ्यार्थीयों की सूची डाजियर के साथ  संबंधित रेलवे डिविजन को भेज दी जाती हैं.

[[ डाजियर :- जब आप मेन इग्जाम पास कर जाते हैं, तो RRB हर अभ्यार्थी के लिये एक अलग अलग फाईल खरीद कर उससे संबंधित सारे रिकार्ड रख देता हैं. फाईल के ऊपर आपका नाम /रोलनंबर/पोस्ट etc लिखा जाता हैं .
आपके डाजियर में ये चीजें रहेंगी.
- आपका आवेदन पत्र
- आपके एडमिट कार्ड की कटिंग (जो आपने परीक्षा रूम में दी थी)
- आपका OMR रिस्पान्स सीट
- आपका फोटो
- आपका सिग्नेचर
- आपका अँगूठा का निशान
- सारे सर्टिफिकेट के फोटो काँपी
इत्यादि ]]

> अब कुछ दिनो के बाद RRB रालनंबर, नाम, कटेगरी के साथ चयनित अभ्यार्थी की फाईनल सूची जारी कर देता हैं. इस समय कोई एक्स्ट्रा 30% का नाम नही दिया जाता हैं.

((  एक्स्ट्रा 30% अभ्यार्थी :- सफल अभ्यार्थी यों के ना आने /मेडिकल अनफिट होने इत्यादि स्थिति में इन एक्स्ट्रा लोगों लोगों को ज्वाईनिन्ग लेटर भेजा जाता हैं. ये लेटर अगले एक साल के बीच कभी भी आ सकता हैं और नही भी आ सकता हैं . इसकी कोई सूचना RRB के वेबसाईट पर नही दी जाती हैं  ))

>> फाइनली सिलेक्टेड लोगों को रेलवे डिविजन (RRB नही) ज्वाइनिन्ग लेटर भेजता हैं .
-  फिर मेडिकल टेस्ट लेता ह

ैं
-  फ़िर ट्रेनिंग देता हैं.
- और फ़िर ड्यूटी सौंप देता है.

[[ मित्रों,
     आज के विषय वस्तु (टापिक) से संबंधित प्रश्न ही पूछे.
     कृप्या मेडिकल -आई टेस्ट/सायको /टायपिंग/ मार्क्स इत्यादि से संबंधित कोई प्रश्न आज ना पूछे , मैं रिप्लाई नही दे पाऊँगा ]]

#मेघा_सूची और #प्रीफरेन्स का महत्व :-
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> आप किस पद पर चुने जायेन्गे इसके जिम्मेदार केवल आप ही हैं .

> RRB केवल आपके प्रीफरेन्स के क्रम और आपके मेघा सूची के आधार पर ही आपको चुनता हैं .

> इसकी प्रक्रिया को समझने के मान लेते हैं
 की किसी RRB में 6 प्रकार के पद हैं.
CA
TA
GG
ECRC = इन चारों पदों के लिये केवल 2 चरण की परीक्षा हैं.

SM = इसके लिये सायको टेस्ट भी है

JAA = इसके लिये टायपिंग टेस्ट भी हैं.

माना की हर प्रकार के पद 10 -10 की संख्या में हैं.कुल 60 पद हैं .

कुल 100 लोगों ने अप्लाई किया हैं.

(ऐसा आप मान लें , ताकि आप प्रक्रिया को समझ सकें , बाद मेंइसी आधार पर अपने RRB में अपनी स्थिति को आसानी से समझ सकते हैं )

अब सारे लोग अपनी अपनी पसंद के अनुसार क्रम निर्धारित करेंगे.
जैसे :-
1) CA TA GG ECRC SM JAA
2) SM CA TA ECRC GG JAA
3) JAA CA TA ECRC GG SM
4) SM JAA CA TA ECRC JAA
6) JAA SM CA TA ECRC GG

कुल 6 प्रकार के पदों को कुल 720 अलग अलग तरीकों से सजाया जा सकता हैं. अत: इतने अलग अलग तरह की स्थिति उतपन्न हो जायेगी.

- कोई टायपिंग वाले पद को आगे रखेगा

- कोई सायको वाले पद को आगे रखेगा

- कोई अन्य पदों को आगे रखेगा

अब माना की विभिन्न पदों का प्रारम्भिक कट आफ अगर ऐसा हुआ :-
CA :- 95%
TA :- 90%
ECRC :- 85%
GG :- 80%
SM  :- 70%
JAA :- 60%

अब अगर किसी को 82% अंक आया
और
1) अगर उसका क्रम ऐसा हैं
CA TA GG ECRC SM JAA.

- इनको CA TA ECRC नही मिलेगा. उसके ये योग्य नही.
- इनको गार्ड मिलेगा.
-सायको /टायपिन्ग के लिये नही बुलाया जायेगा.

2) अगर उसका पसंद का क्रम ऐसा हैं.
 SM CA TA ECRC GG JAA
तो
- उसका कट आफ गार्ड से अधिक हैं लेकिन उसको सायको के लिये बुलाया जायेगा क्योकी उसकी पहली इक्छा SM बनने की चुनी हैं .
-वो सायको फ़ेल हो गया तो गार्ड बनेगा.

(नोट :- इसिलिये सायको/टायपिंग के बाद ही GG TA CA ECTC का रिजल्ट देते है ताकी हाई मेरिट वाले लोग अगर सायको/टायपिंग में सफल ना हो तो उसे ये पद दियें जा सकें)

 3) अगर उसकी पसंद का क्रम ऐसा हैं
 JAA CA TA ECRC GG SM

 तो उसे केवल टायपिंग के लिये बुलाया जायेगा .
- टायपिंग क्वालीफाई कर वो JAA बनेगा
-क्वालीफाई नही कर सका यो GG बन जायेगा क्योंकि उसने GG के कट आफ से अधिक मार्क्स/अंक लाया हैं

4) अगर उसकी पसंद का क्रम ऐसा हैं.
SM JAA CA TA ECTC GG

तो उसे सायको और टायपिंग दोनों के लिये बुलाया जायेगा.
- दोनो पास करने पर अपनी पसंद के क्रम के आधार पर SM बनेगा.
-केवल एक पास करने पर कोई एक (SM/JAA - जो वो पास करेगा) बनेगा .
-दोनों में फ़ेल/अबसेन्ट  करने पर वो GG बनेगा

#कोई व्यक्ति जो अपने काबिलियत के आधार पर 99% अंक लाता हैं और उसका पसंद का क्रम
SM JAA GG ECRC TA CA
हैं.
तो उसे सायको/टायपिंग के लिये बुलाया जायेगा . क्योंकि SM, JAA उसकी प्राथमिकता क्रम में आगे हैं.

स्थिति -1) :-

अगर वो सायको/टायपिंग में ना जायें या जाकर भी क्वालीफाई ना करें तो उसको उसके तीसरे पसंद के आधार पर GG बनाया जायेगा. क्योंकि गलत प्रीफरेन्स चुनने के कारण मेघा सूची में आगे रहने के बावजूद उसे अधिक अच्छा पद नही मिलेगा - और यही हैं प्रीफरेन्स का महत्व.

स्थिति -2) :-
अगर वो सायको पास कर गया और SM बन गया. लेकिन SM का मेडिकल स्टैंडर्ड A-2 पास ना कर पाया तो वो जाब से बाहर हो जायेगा.
जबकि, अगर वो CA पहले चुनके CA बन जाता और CA का मेडिकल स्टैंडर्ड C-1 पास करने में सक्षम रहता तो उसके लिये CA आगे चुनना अच्छा रहता.

>> सायको /टायपिंग के लिये बुलाये जाते समय TA CA ECRC GG का रिजल्ट नही आयेगा.  ना कट -आफ आयेगा क्योंकि जो मेरिट में आगे हैं और SM JAA मेछंट कर वापस GG TA CA ECRC बनेंगे वो इन चार पदों का कट आफ भी बदल देंगे.<<

      ~~~*{ शुभ -कामनाओं साहित }*~~~

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